Lahaul Spiti: ‘चिनाली’ नहीं ‘चिनलभाशे’ है, यह : यह एक भाषा है, क्योंकि भाषा को जीवित मानव बोलते हैं। इस लिए वह भी जीवित होती…
अभी 22 से 24 सितम्बर, 2018 के बीच हुई भारी वर्षा व बर्फवारी और उससे विशेषकर कुल्लू और लाहौल-स्पिती ज़िला में हुए नुकसान को देखकर…
हाहाकार मच गया था कुल्लू तबाह हो गया लेकिन ‘ब्यास’ के शांत होने के दूसरी सुबह चार बजे रात रहते उस स्थान पर जहां कल…
तीन दिन तक तबाही मचाने के बाद आज मौसम साफ हुआ और धूप निकली। लेकिन पूरी तरह राहत मिलने में तो अभी काफी समय लगेगा।…
‘दलित’ परिणाम है उदविकास का, अछूत से हरिजन हरिजन से दलित बनने में सैंकड़ों साल का समय और बुद्ध, फुले, पेरियार अम्बेडकर जैसे असंख्य महात्माओं…
यूं तो मैं लिखता ही नहीं यूं तो मैं लिखता ही नहीं यदि कभी कुछ लिखूँ तो अपने सीने के पवित्र लहू से ही लिखता…
यूं तो मैं लिखता ही नहीं यदि कभी कुछ लिखूँ तो अपने सीने के पवित्र लहू से ही लिखता हूं। यूं तो मैं लिखता ही…
जब यह भी भगवान की इच्छा है वह भी उसी की माया है अच्छा-बुरा, सही-गलत सफलता-असफलता आबादी-बर्बादी आना-जाना, जीना-मरना सब उसी के कर्म हैं तो…
…. और गुरू दक्षिणा ? आज्ञा दें गुरु देव- एकलव्य बोला था क्या दूं गुरु दक्षिणा ? दायें हाथ का अंगूठा द्रोण ने दहकती दृष्टि…
अदब से गर्दन झुकाये खड़ा हूं लेकिन मैं मुर्दा नहीं हूं। तुम्हारी खिलाई अफीम के नशे में सदियों से चुपचाप बेसुध लेटा पड़ा हूं लेकिन…