पहलगाम आतंकी हमला: 26 की मौत, भारत का पाकिस्तान को करारा जवाब
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला देश को झकझोर गया है। आतंकवाद, पाकिस्तान की साजिश, हिंदू टूरिस्टों पर हमला, और भारत का बदला – ये सभी शब्द सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों में ट्रेंड कर रहे हैं।
क्या हुआ पहलगाम में?
22 अप्रैल को कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकियों ने भीषण हमला किया। आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर बस में यात्रा कर रहे पर्यटकों को निशाना बनाया। 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। 17 लोग घायल हुए हैं।
पाकिस्तान का हाथ
इस हमले की जिम्मेदारी The Resistance Front (TRF) ने ली है, जो कि लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन माना जा रहा है। भारत ने स्पष्ट कहा है कि इस हमले में पाकिस्तान की भूमिका है।
भारत का जवाब – पानी और परवाना बंद
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इंडस वाटर ट्रीटी रद्द – भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया है।
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अटारी बॉर्डर सील – भारत-पाक सीमा पर आवागमन पर रोक लगा दी गई है।
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पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द – भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए हैं।
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आतंकियों का सफाया – जम्मू-कश्मीर में एक बड़े ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर को मार गिराया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया है। राहुल गांधी, ओमर अब्दुल्ला और अन्य विपक्षी नेताओं ने भी घटना को शर्मनाक बताते हुए सरकार को पूरा समर्थन देने की बात कही।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका, ब्रिटेन और चीन सहित कई देशों ने हमले की निंदा की है। अमेरिकी सांसदों ने मीडिया रिपोर्ट्स की आलोचना करते हुए कहा कि इस हमले को “आतंकी हमला” कहने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए।