What is Corona: कोरोना क्या है ? कैसे बचें ? एक आम आदमी की जुबान में ! (Corona in Simple Words)
कोरोना को जो मैं (आम आदमी) समझ पाया हूं :
एक ऐसी बिमारी जिसका कोई इलाज नहीं है। सिर्फ बचाव किया जाना है।
जिसके लक्षण निमोनिया की तरह ही हैं- खांसी, जुकाम और तेज बुखार।
इस बिमारी को फैलाने वाले जीवाणु (virus) का जीवन 12 घंटे से कम है।
इसका संदिग्ध संक्रमण समय 14 दिन का है। इसी लिए इसके संदिग्ध संक्रमित को 14 दिन के संगरोध (quarantine) में रखा जाता है।
इस का फैलाव एक दूसरे के निकट सम्पर्क से होता है। इसी लिए अधिक लोगों के सम्पर्क से बचने की सलाह दी जाती है।
इसका संक्रमण नाक, मुंह और आंख के माध्यम से होता है। हाथों को चेहरे से दूर रखने की सलाह दी जाती है।
हाथों को बार-2 धोने की सलाह इस लिए दी जाती है, क्योंकि हाथों से ही वस्तुओं को छूते हैं और हाथ संक्रमित हो जाते हैं।
इस का चक्र टूटे और जीत हासिल हो जाये।
आदमी की यदाश्त कमजोर होती है वह शीघ्र भूल जाता है। याद रखना चाहिए कि पहले भी इस तरह की कई असाध्य बिमारियां थीं, कुछ अब भी हैं।
प्रकृति और मानव के बीच का यह मुक़ाबला चलता रहा है और चलता रहेगा।
प्रकृति और मनुष्य के बीच के हर मुक़ाबले में मनुष्य जीता है। इस बार भी इन्सान ही जीतेगा और बहुत जल्दी।
विशेष: Corona in Simple Words ध्यान रखें यह कोई विशेषज्ञ या प्राधिकृत मत नहीं है।
इधर अपनी मजबूत सरकार तीन महीने तक कोरोना की समस्या पर आंखें बंद करके ही नहीं बल्कि अन्य अत्यावश्यक (उसके लिए) कार्यों जैसे एनआरसी, सीएए और अल्पसंख्यकों (विशेषकर मुसलमानों), दलितों, आदिवासियों और हाशिये के लोगों के साथ हिसाब किताब चुकता करने में व्यस्त रही।
जबकि कोरोना महोदय चीन, अमेरिका और अन्य उन्नत देशों में फलता-फूलता रहा और हम अपने एक विशेष मेहमान के स्वागत की तैयारियों में मस्त और फिर उसके आगमन पर जश्न मनाने से फुर्सत मिली तो पता चला कि कोरोना तो अपने घर में प्रवेश कर गया था। आनन फानन में रविवार को ‘जनता कर्फ़्यू’ की घोषणा। तीन दिन बाद ही महाभारत के 18 दिन के युद्ध के नाम पर एकदम 21 दिन की तालाबंदी।