साउथ की फिल्मों के सुपर स्टार मोहन लाल (Mohan Lal) आज अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं। ट्विटर (Twitter) समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मोहन लाल के फैंस उन्हें बधाई सन्देश भेज रहे हैं। तो हमने भी मलयालम (Malyalam) फिल्मों के स्टार से जुडी कुछ दिलचस्प बातें ढून्ढ निकली हैं।
एक्टर मोहनलाल (Mohan Lal ) का जन्म 21 मई 1960 को केरल के एलनथूर में हुआ था। एक्टर के साथ-साथ वो प्रोड्यूसर, सिंगर और थिएटर आर्टिस्ट भी हैं। उनके पिता विश्वनाथन नायर बड़े वकील थे। उनकी पढ़ाई लिखाई तिरुवनंतपुरम में हुई है। मोहनलाल का बचपन से ही कला की तरफ झुकाव था। वह नाटकों में हिस्सा लिया करते थे।
मोहन लाल की पहली फिल्म
चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता रहे मोहन लाल (Mohan Lal ) की पहली फिल्म वैसे तो ‘थिरनोत्तम’ (Thiranottam) थी, जो 1978 में बनी लेकिन सेंसर बोर्ड की आपत्ति की वजह से ये कभी रिलीज ही नहीं हो पाई। इसके बाद उन्हें पहली बार 1980 में मंजिल विरिन्या पूक्कल (Manjil Virinja Pookkal) से सफलता मिली। इसमें वह विलेन के किरदार में नजर आए। ये फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। यहीं से शुरू हुआ मोहनलाल (Mohan Lal ) का सफल करियर।
बता दें कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता का आलम ये था कि साल 1982 से 1986 के बीच में उनकी फिल्में हर 15 दिन में रिलीज हुआ करती थीं। साल 1983 में उन्होंने 25 से अधिक फीचर फिल्मों में काम किया था। 1986 उनके लिए बेहतरीन सालों में से एक था। Rajavinte Makan फिल्म में डॉन की भूमिका निभाकर वह सभी के दिलों दिमाग पर छा गए।
भारतम (Bharatham) में वह एक शास्त्रीय गायक जो ईर्ष्या के बोझ और अंततः अपने गायक भाई की मौत से गुज़रता है, का पात्र निभाया जिसने उन्हें अगले वर्ष सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाने में मदद की।
फिल्म वानाप्रस्तम (Vaanaprastham) में उन्होंने पहचान खोने के संकट में घिरे एक कथकली नृत्य कलाकार की भूमिका निभाई। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। यह पहली फिल्म थी जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोगों द्वारा पसंद की गई थी। यह फिल्म कान्स फिल्म समारोह के लिए भी चुनी गई और उनके अभिनय को समीक्षकों ने खूब सराहा।
एक्टिंग के साथ-साथ मोहनलाल को ताइक्वांडो (Taekwondo) का भी शौक है। साल 2012 में वर्ल्ड ताइक्वांडो की तरफ से मोहनलाल को ‘ब्लैक बेल्ट’ (Black Belt) से सम्मानित किया जा चुका है। बता दें कि इससे पहले मोहनलाल एक प्रोफेशनल रेसलर (Wrestler) भी रह चुके हैं।
मोहनलाल (Mohan Lal ) को सन 2001 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया। मोहनलाल ऐसे अभिनेता हैं जिनका सबसे अधिक नौ बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामांकन हुआ है। वह कई बार सम्मानित भी हुए हैं। बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) भी मोहनलाल के बड़े फैन हैं।
सन 2009 में भारतीय प्रादेशिक सेना (Indian Territorial Army) द्वारा उन्हें मानद लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया गया, जो भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार हुआ था और श्री संकराचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, कलादी, द्वारा मानद डॉक्टरेट प्रदान किया गया।
कहा जाता है कि मोहनलाल के पास दुबई स्थित बुर्ज खलीफा में एक फ्लैट है। उनका घर इस बिल्डिंग के 29वें फ्लोर पर है। उन्होंने यह घर साल 2011 में खरीदा था। मोहनलाल के पास मर्सडीज बेंज, बीएमडब्ल्यू, जगुआर और रेंज रोवर जैसी कई लग्जरी गाड़ियां हैं।
एक्टर मोहनलाल का फिल्म प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के अलावा रेस्टोरेंट और मसाला पैकेजिंग का बिजनेस भी है। उन्हें साउथ का अंबानी भी कहा जाता है। उनका लाइफस्टाइल किसी राजा महाराजा से कम नहीं है और सबसे बड़ी बात है कि उन्होंने यह सब अपने दम पर हासिल किया है।
मोहन लाल ने 28 अप्रैल, 1988 को एक भव्य समारोह में शादी की। उनकी पत्नी का नाम सुचित्रा है। सुचित्रा के भाई और प्रोड्यूसर सुरेश बालाजी ने एक इंटरव्यू में कहा था- मेरी बहन मोहनलाल की फिल्में देखकर उनकी फैन हो गई थी।
मोहनलाल की मुख्या फिल्में और किरदार जिनसे उन्होंने ख्याति के शिखर को छुआ : सनमनसाउल्लवरक समादानम (sanmanassullavarkku Samadhanam) में गोपालकृष्ण पानिकर, टी.पि बालागोपालन एम् ए (T.P.Balagopalan M.A.) में बलागोपालन, नमकअ परकान मुन्तिरी तोप्पुकल (Namukku Parkkan Munthiri Thoppukal) में सोलोमन, नादोदिक्काट्टू (Nadodikkattu) में दसन, तूवानतुम्बिकल (Thoovanathumbikal) में जयकृष्णन, चित्रम (Chithram) में विष्णु, किरीडम (Kireedam) में सेतु माधवन, सदयम (Sadayam) में सथ्यनादन, भारतम (Bharatham) में गोपी, देवासुरम (Devaasuram) में मंगलास्सेरी नीलाकंदन, वानप्रस्तम (Vanaprastham) में कुन्हिकुत्तन और स्पदिकम (Spadikam) में थॉमस चक्कों (आडू थोमा) (Aadu Thoma).