‘पत्थल गढ़ी’, केंद्रीय भारत के आदिवासियों क्षेत्रों में प्रचलित एक पुरानी प्रथा है जिसमें आदिवासी लोग पत्थर या शिला को अंकित करके ज़मीन पर गाड़ते…

जब से होश संभाला है तब से एक वर्ग विशेष के लोगों के लिए ‘आरक्षित’, ‘कोटे का’, ‘बैकडोर’, ‘सरकारी दामाद’ आदि-2 विशेषणों का प्रयोग होते…

कुछ दिन पहले अचानक टीवी चैनल पर प्रवीण तोगड़िया के साक्षात्कार का अंतिम अंश देखा। देखकर आंखों पर विश्वास नहीं हुआ, क्योंकि तोगड़िया जी रो-2…

प्रदेश की राजधानी शिमला के रिज मैदान में राज्य के मुख्यमंत्री समेत बारह मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के समापन के साथ ही हिमाचल प्रदेश…

1 नवम्बर, 1966 को पंजाब राज्य के कुछ क्षेत्र कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल-स्पिति को हिमाचल में मिलाया गया। इसके साथ ही पंजाब लाहौल (खोखसर-दारचा-थिरोट) तथा…

9 अक्तूबर, 2017 के दिन ‘ट्रावणकोर देवस्वम बोर्ड’ जिसे केरल सरकार के खर्चे पर चलाया जाता है, ने बोर्ड के मंदिरों के लिए 62 पुजारियों…

बौद्ध विधा संरक्षण सभा, जिस्पा के अध्यक्ष डॉ. टशी पलजोर के आमंत्रण पर, ज़िला किन्नौर के मुख्यालय, रिकांगपिओ में बौद्ध जगत में खुनु लामा, नेगी…

अस्तित्व के लिए किये जाने वाले संघर्ष के एक अभिन्न अंग के रूप की जाने वाली लाहौल से कुल्लू की यात्रा का वृतांत पहले दे…